मलकापुर शहर की आम जनता का सबसे नजदीकी प्रतिनिधि नगरसेवक होता है। जनता उसे वोट देकर चुनती है ताकि मोहल्ले, गली और शहर की बुनियादी ज़रूरतें पूरी हो सकें। लेकिन सवाल ये उठता है कि नगरसेवक का असली काम आखिर है क्या?
नगरसेवक का पहला और बड़ा काम है पानी की समस्या पर ध्यान देना – टंकी से लेकर हर घर तक साफ और समय पर पानी पहुंचाना। दूसरा काम है सड़क और नाली की देखरेख – टूटी सड़कें, गड्ढे और गंदगी हटाना, जलभराव की समस्या सुलझाना। तीसरा काम है कचरा प्रबंधन – हर मोहल्ले से समय पर कचरा उठे और शहर साफ रहे, इसकी जिम्मेदारी नगरसेवक पर होती है।
इसके अलावा, स्ट्रीट लाइट लगवाना, शैक्षणिक व स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान देना, गरीबों के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी और उसका लाभ दिलाना, आम जनता और नगर परिषद के बीच पुल का काम करना – यह सब नगरसेवक के काम का हिस्सा है।
लेकिन हकीकत ये है कि कई जगह जनता आज भी पानी, सड़क और सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रही है। सवाल ये है कि नगरसेवक जनता के लिए चुने जाते हैं या सिर्फ राजनीति और पद का मज़ा लेने के लिए?
👉 असली नगरसेवक वही है जो हर समय जनता के बीच रहे, समस्या सुने और तुरंत हल करने की कोशिश करे। वरना कुर्सी तो कोई भी संभाल सकता है, लेकिन जनता का भरोसा संभालना हर किसी के बस की बात नहीं।
